गेहूं की नई किस्म डब्ल्यू एच 1270 ( WH 1270) से बढ़ेगा उत्पादन (Top Variety of wheat WH 1270)

New wheat variety WH 1270

गेहूं की नई अगेती किस्म डब्ल्यू एच 1270 से बढ़ेगा उत्पादन।

उत्तर पश्चिमी मैदानी क्षेत्र की सिंचित दशा में अगेती बिजाई के लिए

जलवायु एवं क्षेत्र की उपयुक्तता?
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय , हिसार द्वारा विकसित गेहूं की किस्म डब्ल्यू एच 1270 को भारत के उत्तर पश्चिमी मैदानी भाग के लिए सिंचित क्षेत्र में अगेती बिजाई वाली खेती के लिए वर्ष 2021 में अधिसूचित किया गया है।

डब्ल्यू एच 1270 की उत्पादन विशेषताएं

  1. अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के गेहूं परीक्षणों में इस किस्म की औसत उपज 75.8 क्विंटल /है ० पाई गई है जो की एच डी 2967 एवं एच डी 3086 से क्रमश: 17. 8 % एवं 4.1 % अधिक है।
  2. इस किस्म के द्वारा उत्पादन परीक्षणों में 91‌.5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की रिकॉर्ड पैदावार क्षमता दर्ज की गई है।

रोग प्रतिरोधिता
यह किस्म पीला , भूरा व काला रतुआ की सभी प्रमुख रोगजनक प्रकारों के लिए प्रतिरोधक पाई गई है।

दानों की गुणवत्ता ?
डब्ल्यू एच 1270 के दानों में उच्च प्रोटीन मात्रा 12.4 % पाई जाती है।

डब्ल्यू एच 1270 किस्म की विशेषताएं

  • बाली निकलने की अवधि ( दिनों में) औसत – 100
  • पकने की अवधि (दिनों में) औसत- 156
  • पौधों की ऊंचाई ( सेंटीमीटर ) औसत – 100
  • 1000 दानों का वजन ( ग्राम)औसत- 46
  • डब्ल्यू एच 1270 की उत्पादन पद्धति एवं क्षेत्र की उपयुक्तता?
  • यह किस्म उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी क्षेत्र के सिंचित दशा में अगेती बिजाई के लिए उपयुक्त है।
    बीज उपचार:-
    गेहूं में खुली व पत्तों की कांगियारी रोग से बचाव के लिए कार्बोकसिन या कार्बेंडाजिम 2 ग्राम प्रति किलो या टेबुकोनाजोल 1 ग्राम प्रति किलो से बीजोपचार करें।

बिजाई का उचित समय:-
अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से नवंबर का प्रथम सप्ताह बिजाई का उचित समय है।
बीज दर और अंतराल:-
100 किलोग्राम बीज प्रति हेक्टेयर इस्तेमाल करके , पंक्तियों के बीच 20 सेंटीमीटर की दूरी के साथ बिजाई करनी चाहिए।
सिंचाई :-
गेहूं की फसल में सामान्यतः 5 से 6 सिंचाई की आवश्यकता होती है।
औसत उपज:-
75.8 क्विंटल प्रति हैक्टेयर।
उत्पादन क्षमता:-
91.5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर।

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