सरसों में बिजाई के समय कौन सी खाद डालें?
फसलों में उर्वरक खादों का असंतुलित मात्रा में प्रयोग करने से भी फसल का उत्पादन कम होता है । इसलिए उर्वरक खादों का प्रयोग मिट्टी की जांच के बाद की गई सिफारिश के अनुसार ही करना चाहिए। इससे एक तो फसल में आवश्यकतानुसार पोषक तत्वों की पूर्ति की जा सकेगी और खर्च में भी कमी आएगी।
यदि किसी कारण वंश आपने मिट्टी की जांच नहीं करवाई है तो फसल के अनुसार उर्वरकों का उपयोग करना चाहिए।
सरसों की बुवाई के समय कौन सी खाद कितनी मात्रा में डालें?
खेत की अच्छी प्रकार से जुताई करके पानी लगाने के बाद 4 से 5 इंच गहराई तक खाद की बुवाई करनी चाहिए।
नाइट्रोजन ,फास्फोरस और पोटाश की पूर्ति के लिए क्या-क्या डालें?
- फास्फोरस यानी कि D.A.P 40 से 50 kg एकड़।
- पोटाश के लिए M.O.P यानी (यूरेट of पोटाश 30 से 35 kg/एकड़ डालें।
- नाइट्रोजन के लिए यूरिया 75 kg / एकड़ । यूरिया को कितनी बार करके डालें?
- यूरिया को दो बार करके डाल सकते है। आधी मात्रा बुवाई के समय और आधी मात्रा पहली सिंचाई के साथ देनी चाहिए या फिर 30 kg बुवाई के समय और 45 kg पहली सिंचाई के साथ दे सकते हैं।
D.A.P यानी (डाई अमोनियम फास्फेट ) की जगह 150 kg/ एकड़ SSP यानी Single Super फास्फेट) का उपयोग भी कर सकते हैं। इसमें आपको Sulpher की मात्रा अलग से नहीं डालनी पड़ेगी । यदि आप डीएपी D.A.P का उपयोग करते हैं तो 10 kg एकड़ के हिसाब से सल्फर का उपयोग अवश्य करना चाहिए।
SSP के अंदर फास्फोरस 14.5%
सल्फर – 11%
कैल्शियम – 18.21% तक पाई जाती हैं
सरसों में सल्फर डालने के फायदे?
तेल वाली फसलों में सल्फर एक महत्वपूर्ण तत्व है यह तेल की मात्रा को बढ़ाने के साथ-साथ दानों में चमक भी पैदा करता है। और फसल को फंगस से बचाने में भी काफी मदद करता है। यदि मिट्टी में जिंक की कमी है तो 5 kg/ एकड़ 21 % वाली जिंक सल्फेट का उपयोग करना चाहिए। असिंचित क्षेत्र यानी( वर्षा आधारित क्षेत्र) में खाद की मात्रा आदि कर देनी चाहिए।
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