- HD 2851 ( ये वैरायटी IARI – Delhi की ओर से जारी की गई है ।
- भारी और मीडियम जमीन के लिए बेस्ट वैरायटी है।
- बलुई मिट्टी में ज्यादा कामयाब नहीं है लेकिन नहरी पानी वाली जमीनों में बहुत अच्छा उत्पादन देती है।
- बिजाई का समय : 15 नवंबर से 15,20 दिसंबर ( पछेती बिजाई के लिए कामयाब वैरायटी है )
- पकने में समय : 125 से 135 दिन ( कम समय में तैयार )
- पौधे की ऊंचाई : 86 सेंटीमीटर ( कम हाइट और मजबूत तना होने की वजह से खराब मौसम में नीचे नहीं गिरती )
- उत्पादन : लगभग 25 से 27 क्विंटल प्रति एकड़।
- बीज की मात्रा : 60 से 70 किलोग्राम प्रति एकड़ ( पौधे का फैलाव कम है इसलिए बीज की मात्रा ज्यादा रखें )।
- इसमें पीला, भुरा रतुआ और फंगस की समस्या देखने को मिलती है इसलिए इसकी रोकथाम के लिए किसी अच्छे फंगीसाइड से बीज को उपचारित करके बिजाई करें । इसके बाद में भी ऐसी समस्या आए तो फंगीसाइड का स्प्रे करके भी इसको कंट्रोल कर सकते हैं ।
- इसकी बालियों का साइज छोटा है लेकिन उत्पादन अच्छा बैठता है।
- 2. DBW – 173 यह वैरायटी ( ICAR – IIWBR ) गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल के द्वारा जारी की गई है।
Note :- यह वैरायटी पछेती ( late ) बिजाई को ध्यान में रखकर तैयार की हुई है।
- ये वैरायटी हल्की, भारी, मीडियम लगभग सभी प्रकार की मिट्टी में कामयाब है।
- बिजाई का समय : 15 नवंबर से 15,20 दिसंबर ( दिसंबर लास्ट तक भी इसकी बिजाई कर सकते हैं )
- पकने का समय : 140 से 150 दिन।
- पौधे की ऊंचाई : 90 से 100 सेंटीमीटर ( तना मजबूत होने की वजह से नीचे गिरने की समस्या इसमें कम आती है )
- उत्पादन : लगभग 25 क्विंटल प्रति एकड़।
- इसकी बालियों और दाने का साइज बड़ा होता है।
- बीज की मात्रा : 50 से 55 किलोग्राम प्रति एकड़
- ये पीला भूरा रतुआ रोग के प्रति सहनशील है।
- 3. Shri Ram – Super 303 ( ( ये DBW 303 से अलग वैरायटी है )
- बिजाई का समय : 5 नवंबर से 5 दिसंबर ( नवंबर में इसकी समय पर बिजाई कर सकते हैं और 5 दिसंबर तक लेट बिजाई भी आप कर सकते हैं )
- Note : चाहे कोई भी वैरायटी हो सही समय पर बिजाई करने पर ही अपना मैक्सिमम उत्पादन निकाल सकती है, जैसे-जैसे लेट होती जाएगी उत्पादन उसी हिसाब से कम होता जाएगा, ये बात ध्यान जरूर रखें )
- पकने का समय : 125 से 130 दिन ( कम अवधि )
- पौधे की ऊंचाई : 80 से 90 सेंटीमीटर ( कम हाइट की वजह से नीचे गिरने की समस्या भी इसमें कम आती है )
- उत्पादन : लगभग 25 से 27 क्विंटल प्रति एकड़
- इसमें भी पौधे का फुटाव अच्छा रहता है यानी कि कल्लों की संख्या ज्यादा रहती है ।
- बीज की मात्रा : 50 से 55 किलोग्राम प्रति एकड़
:::: इस प्रकार से समय के हिसाब से वैरायटी का चुनाव करके फसल की अच्छी पैदावार ली जा सकती है । ::::