पायनियर 45s46 की मुख्य विशेषताएं ?( Sarso ki Top Variety Pioneer 45s46 )
मध्यम अवधि की होने के कारण यह 125 – 130 में पककर तैयार हो जाती है। पौधे की ऊंचाई 160cm – 180 cm होती है।
पैदावार की बात करें तो यह 12 से 14 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से उत्पादन देने में सक्षम है।
तेल की मात्रा:- 42 % ( इसके अंदर तेल की मात्रा सबसे अधिक पाई जाती है । )
Note :- तेल की मात्रा को बढ़ाने के लिए सरसों में सल्फर का उपयोग अवश्य करना चाहिए।
Pioneer 45s46 की कुछ अन्य विशेषताएं
- इसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी अच्छी है।
- यह वैरायटी सबसे ज्यादा उत्पादन देने में सक्षम है ।
- इसमें तना गलन की समस्या भी काफी कम होती है।
- पौधे का फुटाव शुरुआत से ही काफी अच्छा होता है।
- इसमें तेल की मात्रा अधिक होती है।
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Pioneer 45s46 की बुवाई का सही समय और तरीका ?
1 October से 25 October तक इसकी बुवाई का सही समय है । 1 एकड़ के लिए 1Kg बीज की मात्रा पर्याप्त है। पंक्ति से पंक्ति की चौड़ाई 30 से 40 cm रखें । बीज की गहराई 2 – 3 cm या खेत में नमी के अनुसार बीज की गहराई रखें।
Note : इस वैरायटी की कटाई समय पर करनी चाहिए नहीं तो बाद में सूखने पर इसके दानें झड़ने लगते हैं |
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